आसमां तेरा है ....
मनु ,
गर मन तू जिंदा है तो
ये आसमां तेरा है
गर मन तू एक परिंदा है तो
ये आसमां तेरा है !
शब्द केवल शब्द नहीं है
अर्थ भरा इनके भीतर
पंख तोल और उड़ान ले
देख आसमां तेरा है !
ख्वाब .जज्बात और सपने
देखने बहुत जरूरी है
सच करने का यतन करें तो
देख आसमां तेरा है !
पत्थर तो बिखरे रहते है
मारो या एकत्र करो
चुने गारे मैं चिन जाते
तो ऊंचा चौबारा तेरा है !
विचार .कुविचार भ्रमित से करते
हर मन में विचरण करते
यदि ज्ञान की सान चढ़े तो
वेद वाक्य फिर तेरा है !
द्रड मन और विश्वास अगर हो
ताल ठोक आगे बढ़ जा
मंझिल स्वयं कदमों में होगी
कल का परचम तेरा है !
डा इन्दिरा .✍
28 .7 .2018
द्रड मन और विश्वास अगर हो
ReplyDeleteताल ठोक आगे बढ़ जा
मंझिल स्वयं कदमों में होगी
कल का परचम तेरा है ! बेहतरीन रचना इंदिरा जी
दृढ़ मन और विश्वास अगर तेरा हो ताल ठोक आगे बढ़ जा...
ReplyDeleteबेहतरीन रचना बधाई के पात्र हैं आप महोदया!
बहुत ही सकारात्मक प्रेरणादायी सोच
ReplyDeleteनिराशा में आशा की किरण है आप की रचना
वाह क्या बात है, सुंदर कर्म का महत्व बताती सुंदर रचना ।
ReplyDeleteइरादे दृढ़ हो तो सपने साकार होने से कौन रोक पाये बस लगन सच्ची हो हौसले पक्के हो।