रात ... ए रात तुझे में क्या लिखूं अंत लिखूं या आगाज लिखूं ए रात तुझे में क्या लिखूं ........ आज कल या विगत काल का मधुर मिलन अनुराग लिखूं , तारों वाली ओढ़ चुनरिया नव वधु का प्रीत विधान लि...
काव्य /फेस बुक और वाट्सअप श्रोता वक्ता हो गये वक्ता है अब मौन दादुर व्याख्याता हुए कोयल को पूछे कौन ! कवि गोष्ठी ना कहो चौपाल को भान कराय ऐरा गैरा कवि बना कविगण ही कवि अब नाय ! ...