चंद अल्फाज ... ☘ हर बात पर गहरी वो नजर रखते है वफा हो या बेवफाई कायदे से निभा लेते है ! ☘ ना उम्र का जिक्र हो ना अल्फाजों का बंधन यहां इश्के कशिश जारी जो देखें केवल मन ! ☘ चंद अशआर ना चंद अजाने इबादत है चंद अश्क दाने ! ☘ सजदे में झुक जाना झुक कर दुआ करना गर इश्के खताये है मंजूर खता करना ! ☘ सजदा जिसको करते है खुदा मालूम देता है मोहब्बत में इबादत का कहाँ मालूम देता है ! ☘ एक गुनाह रोज सुबह शाम करता हूँ खुदा से पहले माँ का नाम लेता हूँ ! डा इन्दिरा .✍ स्व रचित