Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2018

कर्म

कर्म मनु ... कर्मठता जीवन का गहना कर्म जीवन आधार कर्म बिना मेरे मनुज ये जीवन है बेकार ! अकड़ खड़े बांस को देखो करनी कैसे नरम बना देती जीवन का ये सत्य उजागर बांस टोकरी भी करती ! नरम र...

वीरांगना रानी द्रौपदी

वीरांगना रानी द्रौपदी ✊ धार क्षेत्र की क्राँति की सूत्र धार ! क्रमशः 11 अंग्रेजों ने चाल चली अवयस्क आनंद राव को मान्यता दी सोचा एहसान तले दबेगी  रानी विद्रोह नहीं कर पायेगी ...

वीरांगना रानी द्रौपदी

वीरांगना रानी द्रौपदी धार क्षेत्र क्राँति की सूत्रधार .! रानी द्रौपदी निसंदेह ही एक प्रसिद्ध वीरांगना हुई है जिनके बारे मैं लोगों को बहुत कम जानकारी है ! छोटी से रियासत की ...

सुत जागो

सुत जागो ✊ रक्त मैं उबाल हो उच्च माँ का भाल हो शंख नाद बज रहा उठो माँ के लाल हो ! जागो सुत अर्जुन भीम नकुल जागो हे धीर वीर कर्ण जागो सुखदेव भगत जागो घर मैं घुस आया सियारो का झुंड ! ...

बूँद

बूँद 💦 दो बूँद जल के खातिर कितना है संघर्ष अब तो दोहन रोको जल का त्रस्त हो रहा है अब मन ! डा इन्दिरा ✍

तम ही तम

तम ही तम ..☘ ग्रीष्म ऋतु मैं जैसे वल्लरी झुलस झुलस  कुम्ल्हा जाये कोमल भाव तंतु से जलते बिन कहे विसर्जित हो जाते ! ज्ञान चक्षु  भी शून्य निहारे बिसर गया सब ध्यान नमन गठरी जैस...

अस्तित्व मेरा

अस्तित्व मेरा 👣 अस्तित्व पा रही माँ  तुझ मैं मेरा विघटन मत करना श्वास लेऊ और पंख फैलाऊ इतना बस माँ तुम करना ! अभी अर्ध विकसित सी हूँ कुछ दिन ध्यान मेरा रखना कन्या भ्रूण हूँ  ...

अस्तित्व

अस्तित्व 🍃 अस्तित्व कहाँ तन का रहा अब केवल परछाई है हवस मिटाने वाले तन  मैं बदनीयत की बादशाही है ! यहाँ वहाँ सिर्फ पाप व्याप्त है अस्तित्व मैं रहना अभिशाप है ऊज्वल्ता बनी स्वयं शाप है मर्मान्तक पीड़ा का राज है ! तू इतना तो मैं क्या कम हूँ तुझसे अधिक मैं अधम हूँ छूत रोग सा अहम बना है मैं ही मैं बस मैं ही मैं हूँ ! अस्तित्व का तो विलय हो गया गंदे नाले का पर्याय हो गया निष्कलंक अस्तित्व  कहाँ अब उसका तो इंतकाल हो गया ! अफसोस हो रहा है मन को खाली सा शब्द कोष हुआ अस्तित्व के खातिर जीते मरते अनमोल भाव वो गौण हुआ ! डा इन्दिरा ✍

भ्रामक सा मन

भ्रामक सा मन ☘ भ्रामक सा जीवन हुआ भ्रामक से अल्फाज भ्रामक सा उदघोष है मेरा देश महान ! पशु और इंसान की हुई एकसी जात कचरे से बीन खा रहे दोनों एकही साथ ! मूक समझौता हो गया भूख मैं च...

नन्ही दुआ

नन्ही दुआ 🙏 नन्ही दुआ फर्श से अर्श तक कह रही प्रभु मेरी सुनन आओ प्रभु फिर बनो नरायण हर द्रौपदी का दुख हरना ! हम अजन्मे मारे जा रहे गर्भ ग्रह मैं ही शक्ति दो अपने वजूद के खातिर ...

जीवन गणित

जीवन गणित ?+=% जीवन कब क्यूँ बीत गया सोच रही बैठी निष्काम हर एक झुर्री कहती है उसके जीवन का संग्राम ! बुझी बुझी पलकों मैं अब भी कुछ गीला सा रुका हुआ सूखे अधरों पर अब भी है लोरी के क...

पृथ्वी दिवस

पृथ्वी दिवस ...🐒 प्रथ्वी दिवस मना रहे है चहुंओर है शोर पृथ्वी असमंजस मैं तकती है क्या दूजी पृथ्वी है कोई और दूजी पृथ्वी है और जिसका दिवस मनाते है मुझको तो हर पल हिस्सों में ही...

विरह रस व्यापे

विरह रस व्यापे काहे विरह रस व्यापे राधिका बीत गई रतिया सारी भोर भये तक इंतजार कर कैसे बीती  रैन बेचारी ! पलक ना झपकी रैन बीत गई छाय गई उषा रतनारी सवितु आये जाये यामिनी जिया स...

वीर बहुटी ✊वीरांगना अवंतिका बाई

वीरांगना अवंतिका बाई लोधी प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख सूत्रधार ! क्रमशः 14 ऐसा कानून बनाया जालिम  ने नाम " कोर्ट ऑफ़ वर्ड्स " रखा इसके अंतर्गत रामगढ को हथियाने का षडयं...

यामिनी

यामिनी 🌌🌌🌌 चमक रहा है द्विग्णित होकर रजनी का अनुपम शृंगार नव षोडशी पिय द्वारे आई करके जैसे सोलह शृंगार ! निशा कालिमा हार गई जब चाँद सितारे चमके रात जुगनू आये बधाई देने पिय...

वीर बहुटी ✊वीरांगना अवंतिका बाई लोधी

वीरांगना अवंतिका बाई लोधी . प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख सूत्रधार .! आज भी बहुत लोग ऐसे है जो रानी अवंतिका बाई के  बारे मैं कुछ जानते ही नहीं है ! इनका योगदान सन 1857 के स्वत...